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जिंदगी गिरिराज नदी कृष्ण मृगतृष्णा अंजुली साथ बेजान समंदर निवारण बारिश मानवता इंद्र यज्ञ फूल बूंद आँख घोसले पलाश अश्रु निस्तब्ध

Hindi गिरिराज निस्तब्ध अश्रु Poems